बाढ़ पीड़ितो का टूटा सब्र का बांध, रामजानकी मार्ग जाम कर किया प्रदर्शन।

संजय कुमार चौरसिया ब्यूरो रिपोर्ट बस्ती।

कलवारी – कुदरहा ब्लाक के कलवारी-रामपुर तटबंध के दक्षिण बैराड़ी एहतमाली, मईपुर और महुआपार कला के मदरहवा गांव में सरयू नदी कहर बरपा रही है। किसानो का मकान सरयू नदी की धारा में समा रहा है। जिससे गांव का अस्तित्व खतरे में है। बचाव के नाम पर बाढ़ खंड व प्रशासन मूक दर्शक बन तमाशबीन बनी हुई है।

मंगलवार को बाढ का तांडव देख ग्रामीणों का सब्र टूट गया और सैकडो की संख्या में लोगों ने गायघाट पूरब चौराहे पर रामजानकी मार्ग को जाम कर धरना प्रदर्शन करने लगे। चौकी इंचार्ज गाघयघाट जीतेंद्र मिश्र टीम के साथ पहुंचे और लोगों को समझाने लगे लेकिन ग्रामीण एक न सुनी और बचाव कार्य कराने की बात पर अडे रहे। एसडीएम सदर शत्रुघ्न पाठक नायब, तहसीलदार वीर बहादुर सिंह, क्षेत्राधिकार प्रदीप कुमार त्रिपाठी, थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह मय फोर्स पहुंचकर जाम हटाने की कोशिश की लेकिन प्रदर्शन कारी सीडीओ से बात करने की जिदपर अड़े रहे। सरयू नदी के कटान से मदरहा पुरवे के रामभवन पासवान और मनीष पासवान का छप्पर का मकान सरयू नदी में विलीन हो चुका है। जिससे ग्रामीण दहशत में अपने मकान को खाली कर सामान सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रहे हैं। बाढ़ खंड व जिला प्रशासन द्वारा कटान से गांव को बचाने के लिए कोई पहल न करने पर नाराज बाढ़ पीड़ित गायघाट के पूरब तिराहे पर रामजानकी मार्ग को जाम कर प्रदर्शन करने लगे और गांव का अस्तित्व बचाने की मांग करने लगे। एसडीएम सदर शत्रुघ्न पाठक, नायब तहसीलदार वीर बहादुर सिंह, महादेवा विधायक दूधराम, क्षेत्राधिकार कलवारी प्रदीप कुमार त्रिपाठी, थानाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह टीम के साथ पहुंचे बाढ़ पीड़ितों को समझाया लेकिन बाढ़ पीड़ित मुख्य विकास अधिकारी के आने की बात पर अड़े रहें। बाढ़ पीड़ितों ने आरोप लगा कि गांव की पांच सौ मीटर की दूरी काटन थी तभी से बाढ़ खंड व जिला प्रशासन से गांव के अस्तित्व को बचाने की गुहार लगा रहे हैं। लेकिन बाढ़ खंड व प्रशासन गांव को बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। बाढ़ पीड़ित बाढ़ से स्थाई समाधान के लिए कलवारी रामपुर तटबंध के उत्तर सरकारी जमीन पर आवासीय पट्टा देकर विस्थापित करने की मांग को लेकर अड़े रहे। महादेवा विधायक दूधराम और एसडीम शत्रुघ्न पाठक तत्काल कटान को रोकने के लिए बोल्डर की व्यवस्था कराने के आश्वासन पर धरना प्रदर्शन खत्म कर राम जानकी मार्ग को खाली कराया। बाढ खंड के अधिकारी और ग्रामीण तत्काल मदरहवा गांव पहुचे और कटान स्थल पर प्लास्टिक की बोरी में रेत भरकर डालना शुरु किए। विधायक दूधराम ने बाढ़ पीड़ितों को आश्वासन दिया कि तीन दिन के अंदर पट्टा कर जमीन का आवंटन शुरू करा दिया जाएगा ।

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