सासाराम:-उद्योग विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की समीक्षा को लेकर मंगलवार को जिलाधिकारी नवीन कुमार की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित डीआरडीए सभागार में अधिकारियों की बैठक आयोजित हुई. जिसमें उप विकास आयुक्त विजय कुमार पाण्डेय, जिला पंचायती राज पदाधिकारी रविकांत सिन्हा, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक आशिष रंजन, लीड बैंक मैनेजर सहित कुल 18 बैंकों के जिला समन्वयक पदाधिकारी (डीसीओ) और मैनेजर उपस्थित थे. इस दौरान डीएम ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) की स्थिति समीक्षा किया. समीक्षा के क्रम जिलाधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) के तहत जो भी लक्ष्य बैंकों को दिए गए हैं, उनमें अधिकांश बैंक लोन देने के मामले में काफी पीछे हैं. इस वित्तीय वर्ष पीएमईजीपी में इस जिले में कुल 457 का लक्ष्य रखा गया था. जिसमें से मात्र 132 आवेदनों को सैंक्शन किया गया है और केवल 20 आवेदकों को लोन की राशि प्रदान की गई है. एक्सिस बैंक, आईओबी, आईसीआईसीआई, आईडीबीआई, यूको बैंक तथा इंडसइंड बैंक का शून्य लक्ष्य रहा है. जबकि बैंक ऑफ़ महाराष्ट्र, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक और यूनियन बैंक का प्रदर्शन बेहतर रहा है. ऐसे में डीएम ने उक्त सभी बैंकों को पीएमईजीपी के तहत अधिक से अधिक लोगों को लोन प्रदान करने का सख्त निर्देश दिया.