गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट।
एटीएच न्यूज़ 11:- गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड मुख्यालय स्थित निजी व्यक्ति के द्वारा कब्जा जमा लिए जाने के कारण 10 वर्षों से कांडी के आयुष आरोग्य मंदिर में काम नहीं हो रहा। बरसों से इसमें पदस्थापित आयुष चिकित्सक काम नहीं कर पा रहे। जबकि इस लंबी अवधि में आयुष चिकित्सालय का भवन खाली कराए जाने को लेकर स्थानीय डॉक्टर के साथ-साथ जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी ने बार-बार कांडी आकर पदाधिकारियों को तत्संबंधी आवेदन दिया है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बाजू में कांडी के आयुष आरोग्य मंदिर – एएएम का भवन बना हुआ है। अस्पताल सूत्रों की मानें तो इस भवन पर पिछले 10 वर्षों से एक परिवार के द्वारा कब्जा जमा लिया गया है। इस भवन में गुड़िया देवी नामक महिला हमेशा रहती है। जबकि उसका पति कभी-कभी आया करता है। गुड़िया देवी की ससुराल बिहार के रोहतास जिला में है। उसका पति बाहर कहीं प्लांट में जा जाकर मजदूरी किया करता है। गुड़िया कांडी निवासी स्वर्गीय फेकन साह की बेटी है। इस अवैध कब्जा के कारण डॉक्टर के रहते हुए भी आयुष चिकित्सा की सुविधा कांडी की लगभग डेढ़ लाख की आबादी को नहीं मिल पा रही है। जबकि आयुष चिकित्सक के रूप में डॉक्टर अमित कुमार चौधरी की आयुष आरोग्य मंदिर में कब की पोस्टिंग की गई है। लेकिन भवन के अभाव में वे अपना काम नहीं कर पा रहे हैं। कांडी अस्पताल के आयुष चिकित्सकों के द्वारा कई बार कांडी के अंचल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, थाना प्रभारी, प्रखंड प्रमुख एवं स्थानीय मुखिया को आवेदन देकर अस्पताल का भवन खाली कराए जाने का अनुरोध किया गया है। जबकि जिला आयुष चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर कृष्ण कुमार ने कांडी आकर डेढ़ साल पहले थाना प्रभारी को इस विषयक अपने से आवेदन दिया था। लेकिन आज तक इस दिशा में किसी ने कोई प्रयास नहीं किया। नतीजा है कि इस सस्ती चिकित्सा पद्धति का – जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता – लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा।
इस संबंध में पूछे जाने पर कांडी अंचल मैं नवपदस्थापित अंचल पदाधिकारी राकेश सहाय ने कहा कि उन्हें भी इस मामले की जानकारी मिली है। शीघ्र ही आयुष आरोग्य मंदिर को खाली करा लिया जाएगा। ताकि उसमें आयुष चिकित्सक अपनी ड्यूटी कर सकें।