मनेंद्रगढ़/एम सी बी/छत्तीसगढ़ :-खबरें विस्तार से आपको बता दें कि विद्यालयीन शिक्षा के सर्वोच्च स्थान दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल द्वारा बच्चों में वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करने के लिए दिनांक 31 अगस्त 2024 को विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ एम.सी.बी.जिले के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉक्टर अविनाश खरे द्वारा विद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर बसंत कुमार तिवारी एवं संस्था की निदेशिका श्रीमती पूनम सिंह की उपस्थिति में मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ किया गया, तदुपरांत सभी ने विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए परियोजनाओं का क्रमवार मूल्यांकन किया एवं विद्यार्थियों से उनके बनाए गए मॉडलों के बारे में विस्तृत विवरण लिया गया तत्पश्चात विद्यालय परिवार के सभी गणमान्य अभिभावकों द्वारा भी सभी विद्यार्थियों की परियोजनाओं को देखा गया एवं उनके दिए गए विवरण के अनुसार प्रश्न भी पूछे गए जिनका उत्तर सभी छात्रों द्वारा बड़े ही सरल एवं सहज भाव से दिया गया, छात्रों ने अपने कार्यशील मॉडलों की अवधारणाओं को समझने के लिए दृश्य प्रस्तुतियां भी आयोजित की, मुख्य अतिथि महोदय ने विज्ञान प्रदर्शनी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम बच्चों में आत्मनिर्भरता,सामाजिक एवं पर्यावरणीय विकास के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के विकास को प्रमुख साधन के रूप में देखने को प्रोत्साहित करता है, ऐसे आयोजनों में प्रतिभागी बनने से ही बच्चे राष्ट्र के भविष्य के प्रति दूरदर्शी संवेदनशील एवं जिम्मेदार नागरिक बनते हैं। संस्था के प्राचार्य डॉ बसंत कुमार तिवारी ने बच्चों की शानदार प्रस्तुति पर उन्हें शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस तरह की विज्ञान प्रदर्शनी आयोजित करने के पीछे मुख्य उद्देश्य छात्रों को ऐसा मंच प्रदान करना है जहां पर विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से विभिन्न सिद्धांतों को समझ सकें और अपने दैनिक जीवन में लागू कर सकें, इससे बच्चे अपने आसपास हो रहे क्रियाकलापों एवं मशीनों में विज्ञान की उपस्थिति का अनुभव कर सकते हैं और ज्ञात कर सकते हैं कि हम भौतिक एवं सामाजिक पर्यावरण से अधिगम प्रक्रिया को जोड़कर दैनिक जीवन में भी काम आने वाले ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं तथा अनेक समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं। आज के प्रदर्शनी में विद्यार्थियों द्वारा बनाए गए प्रमुख परियोजनाओं में माइक्रोबोट,रॉकेट,वेल्डिंग मशीन, सोलर सिस्टम,स्नेक्स मशीन, वाटरफॉल मॉडल, रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, ह्यूमन स्केलेटन सिस्टम, रदरफोर्ड एटॉमिक मॉडल, फायर अलार्म इत्यादि प्रमुख रहे जिनमें विद्यालय के होनहार छात्र-छात्राओं की सहभागिता विशेष रूप से उल्लेखनीय रही है, मुख्य अतिथि एवं आगंतुक अभिभावकों का आभार व्यक्त करते हुए संस्था की निदेशिका श्रीमती पूनम सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा कि इस प्रदर्शनी में वर्ग 3 से 12 तक के सभी छात्र-छात्राओं ने अपने-अपने मॉडल प्रदर्शित करते हुए अपनी प्रतिभा को साबित किया है, इस प्रदर्शनी का आयोजन सीबीएसई द्वारा बच्चों में वैज्ञानिक सोच को विकसित करने के लिए ‘करके सीखो’ नीति पर किया गया है, बच्चों में वैज्ञानिक सोच विकसित करने हेतु यह आवश्यक है कि उन्हें सम्बंधित गतिविधियों में प्रतिभाग कराया जाए, इस प्रदर्शनी के माध्यम से विद्यालय के विद्यार्थियों ने यह दिखाने का प्रयास किया है कि आने वाला कल उनका है और वे अपनी नई वैज्ञानिक सोच के साथ आगे बढ़कर देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे।
ए टी एच न्यूज़ 11 से भूपेंद्र केवट की रिपोर्ट.