सासाराम :-नगर निगम के पैसे को लूटने से रोकने पर नगर आयुक्त के निर्देश पर डिप्टी मेयर सत्यवंती देवी के नेतृत्व में चंद पार्षद झूठा आरोप लगा रहे हैं. यह वहीं पार्षद हैं, जिनके सगे संबंधी निगम के कार्यों से मुनाफा कमाने में जुटे हुए हैं. यह बातें मेयर काजल कुमारी ने गुरुवार को नगर निगम स्थित अपने कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कही. उन्होंने कहा कि नगर आयुक्त ने बिना सशक्त स्थायी समिति के स्वीकृति के 1.66 करोड़ रुपये का कार्यादेश जारी किये थे, जिसमें करीब 36 योजनाएं थी. आप देख सकते हैं कि इन कार्यों को कौन-कौन करा रहे हैं? इन्हें जब रद्द किया गया, तो परेशानी डिप्टी मेयर सहित विरोधी पार्षदों को हुई और यह झूठा आरोप लगाने लगे. इनके पास कोई साक्ष्य नहीं है. इसलिए इन सभी को मेरे अधिवक्ता ने लीगल नोटिस भेजा है. अगर 15 दिनों के अंदर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगते हैं, तो मानहानि का दावा किया जायेगा. डिप्टी मेयर को अपने पति की करतूत भी देख लेना चाहिए कि जब वह नगर पर्षद उपमुख्य पार्षद थे. तब उनके कार्यकाल के दौरान 500 रुपये का लैपटॉप बैग 5000 रुपये, 30000 रुपये का लैपटॉप 50000 रुपये और दो लाख रुपये की स्ट्रीट लाइट सात लाख रुपये में खरीदी गयी थी, जिसका मामला अब भी कोर्ट में चल रहा है.
नल-जल के कार्य में हुआ है घोटाला-
मेयर काजल कुमारी ने कहा कि बुडको के निगरानी में पिछले तीन वर्षों से चल रहे शहरी नल-जल योजना में घोटाला हुआ है. इसका मैंने निरीक्षण कर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा, तो इस एजेंसी में कार्यरत स्थानीय लोगों को परेशानी होने लगी और मेरे छवि को धूमिल करने का प्रयास किया गया. इस संबंध में मेयर ने एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें अमित कुमार नाम के आदमी ने स्वीकार्य किया है कि बुडको के सहायक अभियंता जितेंद्र कुमार झूठा रिपोर्ट नगर आयुक्त को देते हैं. साथ ही उसने कहा कि नल-जल के हुए कार्य में गड़बड़ी हुई है, जो वाटर रिजर्व वायर जमीन के निचे बनाना था. वह ऊपर बनाया गया है. ऐसी और भी कई गड़बड़ियां नल-जल में की गयी हैं. मैं इस एजेंसी से जुड़ा हुआ हूं. इसलिए बहुत कुछ नहीं बोल सकता. मेरे नाम से जो ऑडियो दूसरे को सुनाया जा रहा है. वह गलत है.