गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट।
एटीएच न्यूज़ 11:- गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत चटनियां पंचायत के पिपराडीह गांव में शिलान्यास के बाद चार महीना कि लम्बी अवधि में भी मात्र एक किमी लंबी कालीकरण सड़क का निर्माण नहीं हो सका। उपर से आधा-अधुरा काम करने के कारण पूरी सड़क किचड़ में तब्दील हो गई है। नतीजा है कि इस पर पैदल चलने में लोग फिसल कर गिर रहें हैं। बरसात का मौसम आ चुका है। थोड़ी बारिश में भी निर्माणधीन सड़क की स्थिति बदतर हो जाती है। सड़क पर केवल किचड़ ही दिखाई पड़ रही है।, जहां उक्त सड़क पर इमरजेंसी में भी वाहन नहीं जा सकता है। इस विषम परिस्थिति में स्थानीय ग्रामीणों में काफी आक्रोश है। यह सड़क मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना से बन रही है। यह पिपरडीह मोड़ से थमहन यादव के घर होते टी- वाल से झुरवाजरही शिवान तक बननी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस सड़क का 1.16 करोड़ की लागत से निर्माण होना है। 08 मार्च 2024 को क्षेत्रीय विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी ने इसका विधिवत शिलान्यास किया था। विधायक के अनुसार सड़क का निर्माण ग्रामीणों के आवागमन को सुलभ बनाने के लिए किया जाना था। यहां लोगों के लिए एक अदद रास्ता भी दुर्लभ हो गया है। यदि गांव में किसी की तबीयत खराब हो जाएं तो मरीज को गांव से बाहर ले जाना असम्भव की सिमा तक कठीन होगा। मौके पर उपस्थित ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सड़क निर्माण कार्य में संवेदक की भारी लापरवाही से सड़क किचड़यूक्त हो गई है। घर से बाहर क़दम निकालना है कि किचड़ में पैर रखना है। इस सड़क पर कई बच्चे व बुजुर्ग फिसल कर गिर चुकें हैं। पंडी नदी में सड़क के किनारे, जहां गाइड वाल बनाना था, वहां वह बना ही नहीं। बरसात में दोहर का पानी नदी में आता है। यदि सड़क निर्माण हो भी गई तो सड़क पानी के साथ नदी में मिल जाएगी। ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि यदि जल्द ही किचड़यूक्त सड़क से लोगों को निजात नहीं मिली तो वे बाध्य होकर किचड़ यूक्त सड़क पर ही अनशन पर बैठने को विवश हो जाएंगे। आक्रोश व्यक्त करने वालों में रंगनाथ यादव, मनोज पांडेय, शम्भूनाथ पांडेय, राजनाथ यादव, कमलेश पांडेय, सत्येंद्र तिवारी, गुड्डू ठाकुर, सुरेंद्र साह, कृष्णा यादव, झूलन पासवान, वार्ड सदस्य श्रीराम पांडेय सहित दर्जनों लोगों का नाम शामिल है।