गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट।
एटीएच न्यूज़ 11 से:- गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड में बड़े पैमाने पर कामयाब सरकारी दवाएं फेंक दिए जाने के 88 दिन बाद भी अपराधी के गिरेबान से प्रशासन के हाथ कोसों दूर हैं। इस अति गंभीर आपराधिक मामले को लेकर सरकार व प्रशासन की चिंताजनक चुप्पी के विरोध में मंगलवार को युवाओं के द्वारा आंदोलन का बिगुल फूंका जा रहा है। इस दिन युवाओं की स्वयंसेवी संस्था दृष्टि यूथ ऑर्गेनाइजेशन के बैनर तले कांडी अस्पताल के सामने एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा। संस्था के प्रधान सचिव शशांक शेखर ने प्रखंड क्षेत्र के कोने कोने से लोगों को धरना में भाग लेने की अपील की है। कहा है कि यह आपका आंदोलन है। यह पकी लड़ाई है। आज हर घर को दवाओं की जरूरत है। आज अधिकांश लोगों को आए दिन अस्पताल जाना ही पड़ता है। वहां आपको पर्ची थमाकर दवा के लिए बाहर की दुकानों पर भेज दिया जाता है। दूसरी तरफ यहां लाखों रुपए की डेट वाली नई दवाओं को फेंक दिया गया। आज क्षेत्र में अस्पताल व इसके विभाग की स्थिति बहुत खराब है। याद दिलाते हुए कहा कि जनता की एकजुट आवाज की मदद से ही कांडी को एंबुलेंस मिला है। आंदोलन में आपकी भागीदारी से जिसने दवाएं फेंकी है उस पर कार्रवाई होगी। जनता की आवाज से सरकारी अधिकारियों की कान गूंजनी चाहिए। समाजसेवी ने लोगों से कांडी अस्पताल पर 11 जून मंगलवार को सुबह 9.30 बजे के इस आंदोलन में जरूर भाग लेने का आग्रह किया है।