आराम से करें आवेदन,सर्वे की दस्तावेजों के ऑनलाइन के लिए तय नहीं है समय:- जिला बंदोबस्त पदाधिकारी.

सासाराम :-भूमि सर्वेक्षण का कार्य जिले में चल रहा है. विभिन्न प्रखंडों में शिविर लगाकर लोगों के द्वारा आवेदन की प्रक्रिया की जा रही है.जिसके कारण प्रखंड कार्यालय,निबंधन विभाग से लेकर अभिलेखागार में दस्तावेजों को प्राप्त करने के लिए लोगों अधिक भिंड उमड़ रही है. लोगों को ऐसा लग रहा है कि सर्वे की अंतिम तिथि जल्द ही घोषित होने वाली है. कुछ अफवाह भी लोगों को परेशान किया है कि अंतिम तिथि सितंबर के अंतिम सप्ताह तक है. लेकिन, अफवाहनों पर लोगों को तनिक भी ध्यान नहीं देना होगा. इसको ले गुरुवार को जिला बंदोबस्त पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा ने फेसबुक लाइव के जरिए लोगों को जानकारी दी. उन्होंने भूमि सर्वेक्षण से संबंधित विभिन्न जानकारी साझा किया. कहा कि लोगों को हड़बड़ाकर कर अपने जमीन के दस्तावेजों को ऑनलाइन आवेदन नहीं करना होगा. पूरी तरह अपनी भूमि दस्तावेजों को सहेज ले. इसके बाद आवेदन की प्रक्रिया करे. थोड़ी सी लापरवाही से लोगों को परेशानी हो सकती है. क्योकि, भूमि-सर्वेक्षण के दस्तावेजों को ऑनलाइन जमा करने की तिथि तय नहीं है. उन्होंने कहा कि जमीन की दस्तावेजों में रैयतों के लिए अपने पंजी टू जमीन की रसीद के साथ आवेदन कर सकते है. जिसमें लोग भ्रमित  है कि अद्यतन रसीद होना अनिवार्य नहीं है. इतना होना चाहिए कि जमीन की रसीद एक दो साल पूर्व कटी हुई रसीद जमा किया जा सकता है. लेकिन, लोगों को ईमानदारी से यह देखना होगा कि उक्त जमीन का निबंधन तो नहीं हुआ हो. उन्होंने बताया कि आवेदन के लिए किसी प्रकार का शुल्क देय नहीं होगा.

चार मौजा का एक होगा कलस्टर:-

जिला बंदोबस्त पदाधिकारी ने बताया कि जमीन सर्वेक्षण का आवेदन की प्रक्रिया जिन मौजो का पूरा हो जायेगा. चार मौजों का एक कलस्टर बनाया जायेगा. जिसमें एक अमीन कार्य करेंगा. उनके ऊपर चार मौजों की परीमाप की जिम्मेदारी होगी. साथ ही उन्होंने बताया कि जिले में चार सहायक बंदोबस्त पदाधिकारियों का पदस्थापन किया गया है. उनकी जिम्मेदारी होगी कि पंचायत स्तर पर भू-सर्वेक्षण का कार्य कर रहे कर्मचारियों के साथ लोगों का एक वाट्सएप ग्रुप होगा. जिसमें सर्वे से संबंधित जानकारी साझा करेंगे.   

आवेदन के बाद ऑनलाइन दावा आपत्ति की होगी प्रक्रिया:-

लोगों को थोड़ी भी परेशान होने की जरूरत नहीं है. भूमि दस्तावेजों के ऑनलाइन आवेदन के बाद लोगों को दावा आपत्ति के लिए समय मिलेगा. जिससे लोग अपनी जमीन की सही जानकारी ले सके. ऐसा भी हो सकता है कि ऑनलाइन आवेदन में किसी प्रकार की गड़बड़ी हो गयी हो. उसमें सुधार भी किया जा सके. इसकी सुनवाई होगी. सुनवाई के बाद उस जमीन का फाइनल किया जायेगा.

सभी मौजे का ऑनलाइन हो चुका है खतीयान:-

जब से सर्वे का कार्य प्रारंभ हुआ है तब से जिले के लोग अपनी रैयती जमीन का खतियान प्राप्त करने के लिए जिला अभिलेख विभाग पहुंच कर लंबी लाइने लगाकर खड़े हो जाते है. करीब एक दिन में तीन से चार सौ लोग खतियान के लिए पहुंचते है. उनकी परेशानी को देखते हुए जिले के सभी मौजे का खतीयान स्कैन कर ऑनलाइन अपडेट किया गया है. बंदोबस्त पदाधिकारी ने बताया कि यदि किसी मौजे के कुछ खतीयान नहीं प्राप्त हो पा रहे है. उसके लिए भी कार्य किया जा रहा है. उन्होंने वंशावली के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि लोगों को वंशावली के लिए कार्यालयों का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है. स्वघोषित वंशावली मान्य होगा. अबतक 1.25 लाख स्व घोषणा पत्र प्राप्त हुआ है.  साथ ही उन्होंने बताया कि जिन जमीनों का म्यूटेशन नहीं हुआ है. वैसे जमीन का केवाला भी दस्तावेज जमा किया जा सकता है.

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