शामली- शामली में पत्रकारों के उत्पीड़न को लेकर लंबे समय से चल आक्रोश, धरना प्रदर्शन के बाद पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ में पहुंचा एवं उपमुख्यमंत्री डीजीपी उत्तर प्रदेश को पत्रकारो की समस्याओं के समाधान को लेकर प्रार्थना पत्र सौंपा जिसमें उपमुख्यमंत्री एवं डीजीपी ने समाधान का आश्वासन दिया।
शामली जनपद में पत्रकारों के खिलाफ प्रार्थना पत्र एवं कई फर्जी मुकदमे आदि समस्याओं को लेकर पत्रकारों ने अपनी आवाज बुलंद करते हुए शामली कलेक्ट्रेट में 28 अगस्त को सामूहिक रूप से धरना प्रदर्शन करते हुए 13 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन जिला अधिकारी को सौंपा था। जिसमें पत्रकारों पर दर्ज फर्जी मुकदमों का निस्तारण एवं कवरेज के दौरान पत्रकारों के साथ होने वाली है अभद्रता व दबंगई,धमकीयो आदि को लेकर पत्रकारों की सुरक्षा खबरों के प्रकाशन से नाराज दबंगो गुंडों भूमाफियों के द्वारा पत्रकारों के खिलाफ षड्यंत्र के चलते दिए जाने वाले प्रार्थना पत्र पर लंबे समय तक जांच के नाम पर उत्पीड़न एवं जनपद में फर्जीवाड़े से दूसरे डॉक्टरों की डिग्री पर चल रहे अस्पतालों के संचालन एवं आए दिन झोलाछाप चिकित्सकों के द्वारा किए जाने वाले गलत उपचार से आम लोगों की मौत को लेकर पत्रकारों द्वारा खबरो का प्रकाशन करने पर सीएमओ शामली की अनदेखी के कारण अस्पताल संचालक द्वारा झूठे आरोप लगाकर शिकायती पत्र देने पर सामाजिक संगठनों ओर पत्रकारों ने संयुक्त रूप से समाधान की मांग की थी। 13 सूत्रीय ज्ञापन में डीएम ने जल्द ही समाधान का आश्वासन दिया था लेकिन दो सप्ताह बीत जाने के बावजूद भी उचित समाधान न होने के चलते पत्रकारों का एक प्रतिनिधिमंडल 9 सितंबर सोमवार को लखनऊ में पहुंचा जहां उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक से मुलाकात की एवं उपरोक्त मांगों को लेकर प्रार्थना पत्र दिया। जिसमें उन्होंने मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग को कार्रवाई करने का आदेश दिए। वहीं डीजीपी उत्तर प्रदेश प्रशांत कुमार से भी पत्रकारो का प्रतिनिधि मंडल मिलने पहुंचा, लेकिन डीजीपी लखनऊ में एक कार्यक्रम में व्यस्त थे। जिसके चलते डी जी पी पी.आर. ओ आर के गौतम के द्वारा पत्रकारों से मुलाकात की गई एवं पत्रकारों से संबंधित मामलों को लेकर उन्होंने आश्वासन दिया व पुलिस अधीक्षक शामली को फोन कर जल्द समाधान के लिए निर्देशित किया। शामली पहुंचे पत्रकार प्रतिनिधि मंडल में श्रवण सैनी अवनीश शर्मा मनोज कुमार सुशील पांचाल शामिल रहे।