संजय कुमार चौरसिया ब्यूरो रिपोर्ट बस्ती.
कलवारी – एक दशक से मरम्मत कि बाट जोह रही रामजनकी मार्ग स्थित गायघाट से बैडारी को जोड़ने वाला सपर्क मार्ग जिम्मेदारो के उदासीनता की भेट चढ़ गया है। 2017 में पूर्व सांसद के द्वारा इस सड़क को गायघाट से बैडारी बंधे तक जिसकी लंबाई लगभग पांच किलोमीटर है। का निर्माण कार्य कराया गया था उसके बाद आज तक कभी भी मरम्मत कार्य नहीं कराया गया रख रखाव में सड़क पूरी तरह टूट कर गढ्ढ़े में तब्दील हो गया है। सड़क में गढ्ढ़ा है। या गढ्ढ़े में सड़क लोगो के समझ में नहीं आता बैडारी बाजार के पास सड़क टूट कर गढ्ढे में तब्दील हो गया जहां हल्की सी बरसात होने पर सड़क तालाब का रूप धारण कर लेती है। जिसमे अब राहगीर गिर कर घायल हो रहे है। जिसके चलते लोगो में आक्रोश व्याप्त है।
समाज सेवी कमलेश यादव ने बताया कि पिछले पन्द्रह वर्षों से इस गड्ढे वाली सड़क में चलने की आदत सी पड गई है। समझ में नहीं आता कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क है। जिससे आवागमन में काफी कठिनाई होती है। इन्हीं हिचकोलों के बीच क्षेत्र के दर्जनों लोग गिरकर चोटिल हो चुके हैं।
भगवंतपुर गाव निवासी शिव कुमार यादव ने बताया कि ओवरलोड गाड़ियों के आने जाने से सड़क के दोनों तरफ गड्ढे हो गए हैं जबकि बीच में सड़क पहले ही जैसी ऊंची ही है इसलिए दो पहिया वाहन तो गड्ढों से होकर गुजर जाते हैं। लेकिन कार, ऑटो आदि गाड़ियां फंस जाती हैं और लोगों को नुकसान उठाना पड़ता है।
भाजपा नेता बृजेश उपाध्याय कहते हैं कि सड़क इतनी जर्जर है कि बार बार टायर ट्यूब बदलवाना पड़ता है और मोटरसाइकिल के इंजन में भी काम आ जाता है। सड़क में निकली नुकीली गिट्टी से लोगों की सायकिल, मोटरसाइकिल व चार पहिया वाहन पंचर होना तो आम बात है।
सिकंदरपुर गांव निवासी राजकुमार यादव ने बताया कि सबसे अधिक समस्या क्षेत्र के दिव्यांग जनों को है। सड़क में बने बड़े-बड़े गड्ढे उन्हें बहुत कष्ट दे रहे हैं हाथ से चलाने वाले ट्राई साइकिल को गड्डों की वजह से चलाने में बड़ी दिक्कत होती है। कई लोगों के ट्राई साइकिल का चिमटा टूट जाने से वे चोटिल हो चुके हैं।
रिंकू श्रीवास्तव ने बताया कि पियारेपुर, भेडवा, बैडारी, बैडारी, एहतमाली, बैडारी मुस्ताकम, मईपुर, चरकैला, चरकैला सहित दर्जनों गांव के लोगों का यह मुख्य मार्ग है जिससे लोग स्कूल अस्पताल और जिला मुख्यालय आते जाते हैं। बच्चों को कान्वेंट स्कूल में दाखिला दिलाया गया। किन्तु सड़क की स्थिति देख स्कूल बस वालों ने हाथ खड़े कर लिए अब व्यक्तिगत साधन से राम जानकी मार्ग तक बच्चों को पहुँचाना पड़ता है। बरसात के समय में आम राहगीर की हालत खराब रहती है।