BJP के सोशल मीडिया प्रभारी ने कहा कि नैतिकता के आधार पर हेमंत सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए -आखिर क्यों?

 गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट।

एटीएच न्यूज़ 11:- गढ़वा जिले के कांडी प्रखण्ड मुख्यालय के समीप भाजपा के जिला सोशल मीडिया प्रभारी ब्रजेन्द्र पाठक ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि झारखंड की सरकार अर्थात हेमंत सोरेन की सरकार पूर्ण रूप से भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। जल, जंगल व जमीन की बात करने वाली हेमंत की सरकार राज्य में भय, भूख व भ्रष्टाचार की बढ़ावा दे रही है। जनता यहां विभिन्न समस्याओं से त्रस्त है। किसानों को उचित मूल्य पर खाद्य, बीज व कीटनाशक दवा नहीं मील पा रही है। वहीं हेमंत सोरेन तीसरी बार सरकार बनाने व बिगाड़ने में लगे हुए हैं। उन्हें जनता से कोई वास्ता नहीं रह गया है। हेमंत सोरेन को नैतिकता के आधार पर उन्हें इस्तीफा दे देना। हेमंत सरकार का मैन्युफैक्चर था कि प्रत्येक वर्ष पांच लाख युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। अर्थात पांच वर्ष में पच्चीस लाख युवाओं को रोजगार मिल जाएगा। भाजपा नेता ब्रजेन्द्र पाठक ने कहा कि अब तक हेमंत की सरकार कितने युवाओं को रोजगार दिया। उन्होंने कहा कि सहायक शिक्षक की परीक्षा हो रही थी। रांची में एक पाली तो दुसरी पाली में डेढ़ सौ किमी दूर जमशेदपुर में परीक्षा केंद्र कर दिया गया था। यह हास्यपद नहीं तो क्या है।

 

उन्होंने कहा कि कभी भी हेमंत की महा गठबंधन की सरकार सक्सेस नहीं है। उन्होंने कहा कि जब झारखंड में भाजपा अर्थात रघुबर दास की सरकार थी तब मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत प्रति एकड़ पांच हजार रुपया किसानों को दिया जाता था। हेमंत की सरकार ने इस योजना को भी बंद कर दिया। 2019 में हेमंत की सरकार बनी तो धान का मूल्य 25 रुपया प्रति किलो किया। जबकि धान का मूल्य 30-34 रुपया प्रति किलो होनी चाहिए। क्रय केंद्र में धान की खरीद नहीं की जाती है। यदि खरीदी भी गई तो 2-3 वर्ष लग जाता है पैसा देने में। वहीं राज्य में नक्सली भी सर उठा रहें हैं। पूरे झारखंड में प्रशासनिक अधिकारियों का बोलबाला है।राज्य में विकास होना तो दूर की बात है। कोई परिवर्तन नज़र नहीं आया। एक बार हेमंत सरकार, दुसरी बार चंपई सरकार फिर तीसरी बार हेमंत की सरकार, यही तो परिवर्तन हुआ है। गढ़वा से श्रीनगर तक आरकेटीसी कम्पनी ने जैसे-तैसे सड़क बना दी। सड़क की चौड़ाई दस मीटर होनी चाहिए थी। जबकि कहीं-कहीं तो दस फ़ीट ही सड़क की चौड़ाई है। कांडी प्रखण्ड मुख्यालय स्थित उचित होटल से लेकर कांडी हाई स्कूल तक सड़क का निर्माण हुआ ही नहीं।आखिर हेमंत सरकार क्या कर रही थी। मझिआंव में भी सड़क की चौड़ाई दस फ़ीट ही है। कांडी मझिआंव में बाईपास सड़क का निर्माण करना था। बत्तीस सौ पेड़ लगाने थे। लेकिन कुछ नहीं हुआ। पाठक ने सांसद बीडी राम को धन्यवाद दिया है। मझिआंव से सुंडीपुर तक सड़क बनी है। उसका पेमेंट भी बाकी है।नैतिकता के आधार पर हेमंत सरकार को अवश्य ही इस्तीफा दे देनी चाहिए।

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