साबिर हुसैन कि कलम से.
वर्ष 2003 में भारतीय टीम में एक ऐसे आलराउंडर खिलाङी की इन्ट्री होती है जिसने समूचे क्रिकेट जगत को अपने शानदार प्रदर्शन के बलबूते आश्चर्यचकित कर दिया था। भारतीय टीम को कपिलदेव के बाद से ऐसा कोई शानदार आलराउंडर मिला ही नही है जो बेहतरीन तेज गेंदबाजी भी कर सके। इरफान पठान जब साल 2003 में भारतीय टीम में आए तो सबको लगा कि वह तलाश जो वर्षों से चल रही है वह पूरी हो गयी है। इरफान पठान ने बहुत सारे मैचों में यादगार प्रदर्शन किया था और अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से भारतीय टीम को कई मैच जिताए भी थे।
यह साल 2006 का जनवरी का महीना था। भारतीय टीम पाकिस्तान के दौरे पर थी और तीन टेस्ट मैचों की सिरीज का तीसरा टेस्ट मैच कराची में खेला जा रहा था। सिरीज के पहले दो टेस्ट मैच हाईस्कोरिंग थे और ड्रा हो चुके थे। यह इस सिरीज का आखिरी टेस्ट मैच था। टाॅस भारतीय कप्तान राहुल द्रविङ ने जीता और पहले फील्डिंग करने का फैसला किया था। दर्शक कराची के इस मैदान पर आना शुरू कर चुके थे।
टेस्ट मैच का पहला दिन था और इरफान पठान पहला ओवर कर रहे थे। स्ट्राईक पर पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज बांए हाथ के सलमान बट थे जिन्होने पहली तीन गेंदें डाॅट खेली। इरफान पठान की चौथी गेंद पर सलमान बट्ट गच्चा खा गये और गेंद किनारा लेकर राहुल द्रविङ के हाथों में चली गयी। पाकिस्तान को पहला झटका लग चुका था। अब नये बल्लेबाज के रूप में उस मैच में इंजमाम की अनुपस्थिति में पाकिस्तान की कप्तानी कर रहे युनुस खान आए और इरफान पठान के ओवर की पांचवी गेंद पर वह भी चूक गये और गेंद सीधे पैड पर जा टकराई और इरफान पठान समेत तमाम भारतीय खिलाङियों ने जोरदार अपील की और अंपायर ने युनुस खान को एलबीडब्लू आउट करार दे दिया।
पाकिस्तान के पहले ही ओवर में 2 विकेट शून्य रन पर गिर चुके थे और अभी भी इरफान पठान के पहले ओवर की एक गेंद बाकी थी। कराची के स्टेडियम में सन्नाटा छा चुका था। इरफान पठान और सभी भारतीय खिलाङी जोश में आ चुके थे।
इरफान पठान हैट्रिक पर थे और अब बल्लेबाजी करने पाकिस्तान के सबसे अनुभवी बल्लेबाज मोहम्मद युसुफ(जो पहले युसुफ योहाना हुआ करते थे) आए थे। इरफान पठान ने पहले ओवर की आखिरी गेंद मोहम्मद युसुफ को फेंकी जो सीधे मोहम्मद युसुफ के स्टंप से जा टकराई थी पाकिस्तान के सबसे अनुभवी बल्लेबाज के पास भी उस इनस्विंग गेंद का कोई जवाब नही था। इरफान पठान की हैट्रिक पूरी हो चुकी थी और इतिहास लिखा जा चुका था।
इरफान पठान ने किसी टेस्ट मैच के पहले ही ओवर में हैट्रिक लेकर विश्व रिकार्ड बना दिया था। पाकिस्तान के तमाम दर्शक खामोश हो चुके थे और कराची के स्टेडियम में तिरंगा लहरा रहा था। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में इरफान पठान ऐसे पहले गेंदबाज बन चुके थे जिन्होने किसी टेस्ट मैच के पहले ही ओवर में हैट्रिक ली थी। हालांकि इरफान पठान की इस हैट्रिक के बावजूद भारतीय टीम यह टेस्ट मैच 341 रनों से हारकर तीन मैचों की सिरीज भी 1-0 से हार गयी थी।
इरफान पठान का पाकिस्तान के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने का सिलसिला यहीं नही थमा था बल्कि टी20 विश्वकप 2007 के फाइनल में भी पठान ने मात्र 16 रन देकर पाकिस्तान के 3 खिलाङियों को आउट किया था और भारतीय टीम के विश्व चैंपियन बनने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। हालांकि तत्कालीन भारतीय कोच ग्रेग चैपल के लगातार प्रयोगों और चोटों के चलते इरफान पठान का प्रदर्शन लगातार खराब होता चला गया और अंततः साल 2020 में उन्होने सन्यास की घोषणा कर दिया।