मनेंद्रगढ़/एमसीबी/छत्तीसगढ़ – खबरें विस्तार से आपको बता दें कि जिले के नगर पंचायत खोंगापानी में प्रवेश द्वार में अनावश्यक फेरबदल कर शासकीय राशि का दुरुपयोग करने और सार्वजनिक निस्तार के तालाब को बिना टेंडर के ठेके पर दिये जाने के मामले में नगर पंचायत खोंगापानी के उपाध्यक्ष, पार्षद वार्ड क्र.01 राजाराम कोल, नगर पंचायत खोंगापानी नेताप्रतिपक्ष, पार्षद वार्ड क्र.04 जगदीश मधुकर, वार्ड क्र.15 पार्षद विजय सिंह, वार्ड क्र.13 पार्षद कमलभान चौधरी, वार्ड क्र.07 पार्षद सरोज वकील चौधरी, वार्ड क्र.06 पार्षद धर्मेन्द्र कोल की शिकायत पर कलेक्टर एमसीबी ने मुख्य नगर पंचायत अधिकारी को दो दिन के भीतर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
आपको बता दें की नगर पंचायत खोंगापानी के नेता प्रतिपक्ष और पार्षद वार्ड क्रमांक 4 जगदीश मधुकर ने राष्ट्रीय राजमार्ग से खोंगापानी की ओर जाने वाली सड़क में स्थित प्रवेश द्वार में बिना पार्षदों के जानकारी के अनावश्यक नवनिर्माण कराये जाने और शासकीय राशि के दुरुपयोग के मामले में कलेक्टर एमसीबी डी राहुल वेंकट को लिखित आवेदन पत्र दिया था जिस पर संज्ञान लेते हुए कलेक्टर एमसीबी ने मुख्य नगर पंचायत अधिकारी को दो दिन के भीतर समस्त दस्तावेज के साथ जांच प्रतिवेदन कलेक्ट्रेट में प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
इसके साथ ही जगदीश मधुकर ने सार्वजनिक निस्तार में उपयोग किये जाने वाले तालाब को बिना टेंडर के मत्स्य विभाग को मछली पालन के लिये ठेके पर दिए जाने के मामले में भी कलेक्टर से शिकायत की थी। इस मामले में भी कलेक्टर ने मुख्य नगर पंचायत अधिकारी नगर पंचायत खोंगापानी को दो दिन के भीतर समस्त आवश्यक दस्तावेजों के साथ जांच प्रतिवेदन के साथ प्रस्तुत होने का आदेश दिया है।
इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष जगदीश मधुकर ने बताया कि खोंगापानी में भाजपा के अध्यक्ष और सीएमओ की मनमानी से प्रवेश द्वार में अनावश्यक फेरबदल किया जा रहा है जिससे उसका स्वरूप तो बिगड़ ही रहा है इसके साथ ही शासकीय पैसों का दुरुपयोग भी किया जा रहा है साथ ही साथ सार्वजनिक निस्तार के लिए उपयोग किए जाने वाले नगर पंचायत खोंगापानी के तालाब को मछली पालन के लिए ठेके पर दे दिया गया है जिससे उन लोगों के द्वारा बस्ती के लोगों को तालाब का उपयोग नहीं करने दिया जा रहा है जिससे कई प्रकार की असुविधा हो रही है। उक्त दोनों मामलों में मेरे द्वारा कलेक्टर एमसीबी डी राहुल वेंकट को लिखित आवेदन देकर अविलंब कार्यवाही किये जाने की मांग की गई थी जिस पर कलेक्टर एमसीबी ने मामले में तत्काल संज्ञान लेते हुए मुख्य नगर पंचायत अधिकारी नगर पंचायत खोंगापानी को दो दिन के भीतर जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
मधुकर ने आगे कहा है की नगर पंचायत खोंगापानी की जनता और जनहित के मामलों को लेकर वे सदैव तत्पर रहेंगे साथ ही भ्रष्टाचार के कार्यों का विरोध करेंगे।
ए टी एच न्यूज़ 11 से भूपेंद्र केवट की रिपोर्ट.