सासाराम:-शहर के ऐतिहासिक गुरुद्वारा चाचा फगुमल साहिब में छठे नानक श्री गुरु हरगोबिंद पातशाही जी का 429 वां प्रकाश उत्सव उत्साह के मनाया गया. अवसर पर भव्य किर्तन दरबार का आयोजन किया गया. इसमें हजूरी रागी जत्था भाई साहब भाई विकास सिंह, भाई पंकज सिंह, भाई समरजीत सिंह, बहन मनदीप कौर, हरमीत कौर, प्रीति कौर, खुशबू कौर आदि ने भाग लिया. अवसर पर सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जत्थेदार सरबजीत सिंह खालसा ने गुरु महाराज के प्रकाशोत्सव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु की वडाली श्री अमृतसर में आपका प्रकाश हुआ आपके एक ऐसे तख्त का निर्माण किया तो कयामत तक अजर-अमर रहेगा. इसे हम श्री अकाल तख्त साहिब के नाम से जानते व पहचानते हैं, जहां से पूरे विश्व के सिखों के लिए एक शिरोमणि धार्मिक राजनीतिक, समृद्ध सामाजिक व शरबत के भले नियमों का अनुपालन कराना सुनिश्चित किया जाता है. वही आप ने मिरी-राजनीतिक पिरी-आध्यात्मिक दो कृपाण (तलवार )को धारण किया. वर्तमान समय में बार-बार पंजाब की तरफ उठने वाली दुश्मनों के इरादों को नेशत- नामुद करने के लिए आपने अमृतसर में लोहगढ़ कीलें का निर्माण भी कराया था. किरतपुर शहर को बसाया, आप कि अनेकों शिरोमणि गुरु वाणी भी गुरू ग्रन्थ साहिब में दर्ज है. वहीं अवसर पर विशेष रूप से मिसी रोटी के लंगर आयोजित कर गुरु पर्व पर सभी नानक नाम लेवा को बधाई दी गई. कार्यक्रम में प्रधान सुचित सिंह, मीत प्रधान मनजीत सिंह, जनरल सेक्रेटरी सुमेर सिंह, सेक्रेटरी हरगोविंद सिंह, कैशियर चरणजीत सिंह, मोहित सिंह, धर्मेंद्र सिंह, कमलजीत सिंह, गुरमुख सिंह, शिवम कुमार, जामवंत सिंह, सोनू सिंह, युवराज सिंह, प्रिंस कुमार, रंजना कौर, अनीता कौर, सुनीता कौर, ज्योति कौर, शीला कौर, गीता कौर, मालती कौर, बिना कौर, भारती कौर आदि ने गुरु पर्व पर अपना अपना सहयोग दिया. वही ऐड ग्रंथी भाई साहब भाई रणजीत सिंह ने सरबत के भले की अरदास की.