सासाराम:-नगर निगम के कार्य नगर आयुक्त की मनमानी की भेंट चढ़ रहे हैं. मेयर काजल कुमारी के लिखे पत्र में इसका खुलासा हुआ है. नया मामला मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना से जुड़ा हुआ है. निगम के वार्ड संख्या-13 में इस योजना से पहले से बनी पीसीसी गली को तोड़कर फिर से पीसीसी की जा रही है, जबकि इस योजना के तहत केवल कच्ची नाली-गली का निर्माण करना था. हालांकि निविदा से पहले जूनियर इंजीनियर स्थल भ्रमण कर इस्टीमेट तैयार करते हैं. लेकिन, मेयर के पत्र से ऐसा लगता है कि यह जेइ कमरे में बैठकर ही इस्टीमेट तैयार कर दिया है. मेयर ने पत्र लिखकर नगर आयुक्त से 24 घंटे में जवाब मांगा है. मेयर ने लिखा है कि कपिल राम के घर से विंध्याचल चौधरी के घर होते हुए विश्वनाथ चौधरी के घर तक पीसीसी रोड व नाली का निर्माण जांचोपरांत पाया गया कि इसका निर्माण पहले से हुआ था. जबकि मुख्यमंत्री शहरी नाली-गली सात निश्चय योजना के तहत पूरी तरह कच्ची नाली-गली योजना पर ही कार्य कराया जाना है. इसको लेकर सितंबर 2023 में हुई स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में स्पष्ट निर्णय लिया गया था कि निविदा के माध्यम से वैसे कार्यों को चिह्नित करना था, जहां की गलियां कच्ची हैं. लेकिन, आपके द्वारा इन निर्देशों का पालन नहीं किया गया और नगर राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है. इस संबंध में 24 घंटे के अंदर प्रतिवेदन देना सुनिश्चित करें की क्यों न आपके विरूद्ध अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी.