गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट।
झारखंड:- गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड स्थानीय पंचायत की जन वितरण प्रणाली बिल्कुल बेलगाम हो चुकी है। यहां के डीलर मुखिया को जो करना है कर लीजिए कहकर खुली चुनौती देते हैं। इस बाबत मुखिया के द्वारा प्रखंड प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किए जाने पर भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती। जिस कारण मुखिया विजय राम ने कहा कि प्रखंड कार्यालय की मिली भगत से ही डीलर मनमानी करने की जुर्रत करते हैं। कांडी पंचायत के मुखिया विजय राम ने कहा कि चांद स्वयं सहायता समूह और सत्यम स्वयं सहायता समूह के डीलर द्वारा अभी तक अप्रैल माह के राशन एवं ग्रीन कार्ड के राशन का वितरण नहीं किया गया है। जबकि मई महीने का पूर्वार्द्ध भी समाप्त होने को है। डीलरों के द्वारा बोला जाता है कि लाइन नहीं है। इसलिए अंगूठा नहीं लग रहा है। ऐसा ही बोल बोल कर बराबर टालमटोल किया जा रहा है। इससे स्पष्ट होता है कि डीलरों द्वारा राशन को गबन करने की मनसा है। जबकि जन वितरण प्रणाली बहुत बड़ी आबादी की लाइफ लाइन है। करीब 60 फीसदी लोग सरकारी राशन पर ही निर्भर हैं। उन्हें नियमित रूप से राशन नहीं मिले तो उनका चुल्हा ठंडा पड़ जाता है। जन प्रतिनिधियों द्वारा कई बार हिदायत करने के बाद भी डीलर अपनी मनमानी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। मुखिया द्वारा डीलर को बोलने पर वे कहते हैं कि जो करना हो करके देख लीजिए। हमारा कुछ नहीं बिगड़ेगा। मुखिया ने कहा कि प्रखंड कार्यालय में शिकायत करने के बाद भी डीलर के विरूद्ध किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की जाती। इससे जाहिर होता है कि डीलरों की मनमानी में ब्लॉक की भी मिली भगत है। ऐसी हालत में मुखिया विजय राम ने मीडिया के माध्यम से प्रशासन के उच्च अधिकारियों से कार्रवाई की गुहार लगाई है। इस संबंध में प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी मो आफताब आलम का पक्ष लेने का प्रयास किया गया। लेकिन बार बार रिंग होने पर भी उन्होंने उत्तर नहीं दिया।