उच्च शिक्षण संस्थान की स्थापना भविष्य में साबित होगा वरदान :- प्रिंस

गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट।

झारखंड:-गढ़वा जिले के कांडी प्रखण्ड क्षेत्र अंतर्गत राजकीयकृत महंत श्री रामचंद्र पुरी उच्च विद्यालय गरदाहा के प्लस टू उच्च विद्यालय में उत्क्रमण पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने खुशी व्यक्त की है। कांडी इकाई के नगर मंत्री प्रिंस कुमार सिंह ने छात्र-छात्राओं के हित में इसे सकारात्मक व प्रशंसनीय कार्य बताया है। कहा कि अब यहां के छात्र छात्राएं घर की रूखी सूखी खाकर भी उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। आस पास को मिलाकर लगभग 50 हजार की आबादी के लिए गरदाहा में उच्च शिक्षण संस्थान की स्थापना व संचालन निकट भविष्य में वरदान साबित होगा। इसी शिक्षा के लिए इस क्षेत्र के लोगों को शहरों में डेरा लेकर रहने खाने की व्यवस्था करनी पड़ती थी। जिनके पास साधन था सिर्फ वही लड़के पढ़ पाते थे। लड़कियों को असुविधा की वजह से नहीं चाहते हुए भी पढ़ाई छोड़ कर चुल्हा चौका संभालना पड़ता था। अब इस सुदूरवर्ती इलाके के लड़के लड़कियां दोनों ही घर से आना जाना करके उच्च शिक्षा हासिल कर सकेंगे। मालूम हो कि देश की आजादी के मात्र 17 वर्षों के बाद ही इलाके के एक महा मानव ने शिक्षा के महत्व को समझा था।उन्होंने इस बेहद पिछड़े क्षेत्र में उसी समय एक उच्च शिक्षण संस्थान की स्थापना का कठिन फैसला ले लिया था। जिसे मंजिल तक पहुंचाने में उन्हें लोहा का चना चबाना पड़ा था। तब जाकर तत्कालीन मझिआंव प्रखंड के गरदाहा गांव में हाई स्कूल की स्थापना हो पाई थी। उससे पहले इस इलाके के 70-75 गावों के बीच एक भी हाई स्कूल नहीं था। यह तो इस इलाके की बात हुई। गरदाहा हाई स्कूल में दूसरे प्रखंड ही नहीं दूसरे जिले के छात्र भी पढ़ने आते थे। उच्च शिक्षा की रोशनी फैलानेवाले महामानव थे स्वर्गीय महंत श्री रामचंद्र पुरी। जो बहुत सालों तक पंचायत के मुखिया भी रहे थे।

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