भवनाथपुर विधान सभा रिपोटर: – रवींद्र कुमार।
बहुजन समाज पार्टी जिला इकाई गढ़वा के तत्वधान में मसीहा बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर साहब के 134 वीं जयंती समारोह के अवसर पर जिला स्तरीय जयंती समारोह रविवार को उत्सव गार्डेन में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी एवं मान्यवर कांशीराम जी के चित्र पर बसपा के प्रदेश महासचिव मनीष कुमार सिंह जिला अध्यक्ष सुनील कुमार गौतम, जिला प्रभारी नंदा पासवान, चतरा लोकसभा प्रभारी सह पूर्व गढ़वा विधान सभा प्रत्यासी वीरेन्द्र प्रसाद, जिला महासचिव वीना भारती, पूर्व प्रदेश सचिव सुनेश्वर सिंह पूर्व संजय कुमार गौतम, गढ़वा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानी राम बसपा के वरिष्ठ नेता नथुनी राम,रामचन्द्र राम, डॉ राकेश राम,रंजीत कुमार, छोटेलाल राम ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित एवं माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उसके पहले संगत मुहल्लह एवं सहीजना मोड गढ़वा में प्रतिमा स्थल पर पहुंच कर बसपा नेताओं के द्वारा फूलमाला अर्पित कर श्रद्धांजली बाबा साहब को दी गई।
उक्त अवसर पर अध्यक्षीय संबोधन करते हुए जिला अध्यक सुनील कुमार गौतम ने कहा कि बाबा साहब व्यक्ति नहीं विचार थे। बहुजन समाज पार्टी एक मात्र देश में पार्टी है जो उनके विचारों पर चलती है और देश में संविधान के प्रति सच्ची आस्था रखती है। कार्यक्रम का संचालन पूर्व जिला अध्यक्ष संजय कुमार गौतम ने किया।
प्रदेश महासचिव मनीष कुमार सिंह ने उक्त अवसर पर संबोधन करते कहा कि बहुजन समाज के हक अधिकार के साथ साथ सर्वजन समाज आज बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी का शुक्रगुजार है। पूर्व प्रत्यासी गढ़वा विधानसभा प्रत्यासी वीरेन्द्र प्रसाद ने कहा कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर महामानव थे जिन्होंने विश्व का सबसे बड़ा संविधान देकर हर वर्ग का ख्याल रखते हुए समता मूलक समाज का परिकल्पना किया। आज देश में बैठे शासन सता के लोग संविधान का दुरुपयोग कर रहे हैं समय आ गया है वैसे लोगों को पहचानने की।
जिला प्रभारी नंदा पासवान ने कहा कि बाबा साहब के मार्ग पर चलकर ही देश का विकास संभव है। पूर्व प्रदेश सचिव सुनेश्वर सिंह ने कहा कि बाबा साहब के पदचिन्हों पर चलकर ही आदिवासी समाज सहित सभी दलित शोषित समाज एवं महिलाओं का विकास हो सकता है। जिला महासचिव वीणा कुमारी भारती ने कार्यकर्म को संबोधित करते हुए बोली कि बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी का देन है कि महिलाओं को समाज में समान भागीदारी मिली आजादी के पहले भारत में महिलाओं का पशुत्व जिंदगी थी, पर संविधान में के माध्यम से महिलाओं को भी बाबा साहब ने मुख्यधारा में जोड़ने का काम किए। कार्यक्रम में सैकड़ों गणमान्य बसपा के कर्मठ नेता कार्यकर्ता उपस्थित रहे।