गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट।
झारखंड:- गढ़वा जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत दिनांक 14/04/2024 दिन रविवार को लोक आस्था के महापर्व चैती छठ के मौके पर सतबहिनी झरना तीर्थ में आयोजित सामूहिक महाअनुष्ठान में सैकड़ों निराहार व्रतियों ने भाग लिया। वर्षों बाद सूर्य के वार रविवार को छठ का बड़ा उपवास करने को काफी महत्वपूर्ण बताया जा रहा है। यहां पर संझत के दिन से ही मां सतबहिनी झरना तीर्थ एवं पर्यटन स्थल विकास समिति के द्वारा छठ व्रतियों को सुविधा मुहैया कराए जाने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। महा उपवास के दिन रात्रि जागरण को ध्यान में रखकर लाइट, साउंड व पेयजल आदि की कमेटी के द्वारा व्यवस्था की ग़ई है। इधर दिन ढलते ही पैदल व तीन पहिया चार पहिया वाहनों पर सवार होकर रंग बिरंगा वस्त्र पहने छ़ठ का गीत गाते व्रतियों का सतबहिनी पहुंचना शुरू हो गया। सबसे पहले व्रतियों ने सतबहिनी पहुंचकर झरना घाटी में जौ अक्षत व फूल से जल जगाया। दातुन व स्नान करने के बाद व्रतियों ने सामूहिक रूप से अस्ताचल गामी भगवान भास्कर को फल व प्रसाद से भरे एक, दो, तीन व पाच सूपों से अर्घ्य प्रदान किया। मौके पर मौजूद पुरोहित ने एही सूर्य सहस्रांशौ तेजो राशि जगक्पते … मंत्र से अर्घ्य अर्पण कराया। इसके बाद अपने अपने आंचल में पवित्र मिट्टी ले जाकर छठ घाट पर वेदी (थाला) बनाया। इस बीच पूरी झरना घाटी में गुंज रहे छठ गीतों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो रहा था। अपने अपने वेदी थाला के पास कलश स्थापना के बाद पुरोहित ने सांध्य कालीन पूजा अर्चना करायी। तभी तमाम व्रतियों के द्वारा नदी में पानी के किनारे किनारे दीपदान किया। जल में जलते दीपों के प्रतिविब से अलौकिक दृश्य का सृजन हो रहा था। जबकि छठ घाटों पर रंग बिरंगी रौशनी के बीच प्रसाद का सुपला, दउरा व दीपक तथा धूप दीप से मनोहारी छटा उत्पन्न हो रही थी। पूरी रात व्रतियों ने सूर्य भगवान व छठी मइया को समर्पित गीत गाते हुए रात्रि जागरण किया। जबकि सोमवार की सुबह उदीयमान सूर्य की किरणों के आते ही स्नान के बाद व्रतियों ने प्रसाद से भरा सुपला बदलकर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया। गीत गाते हुए अपने अपने घर पहुंचकर पारण करके व्रतियों ने चार दिनों की कठिन तपस्या समाप्त की। वहीं प्रखंड मुख्यालय कांडी स्थित पोखरा पर निर्माणाधीन सूर्य मंदिर – टेंपल इन वाटर के समीप छठ घाट पर कई गावों की व्रतियों ने छठ का सामूहिक महाअनुष्ठान किया। इस मौके पर छठ पूजा समिति कांडी के द्वारा घाट की सुंदर सजावट, लाइटिंग व स्नान के लिए कृत्रिम झरना की व्यवस्था की गई थी। यहां भी रविवार संध्या अस्ताचल गामी व सोमवार सुबह उदीयमान सूर्य को व्रतियों ने अर्घ्य प्रदान किया। जबकि गीत गाते हुए सबों ने घाट पर ही रात्रि जागरण किया।