आए दिन पत्रकारों के साथ किया जा रहा है बदसलूकी- आखिर पत्रकार करें तो क्या करें ?

 गढ़वा ब्यूरो चीफ डॉ श्रवण कुमार की रिपोर्ट।

झारखंड:- एटीएएच न्यूज़ 11 से भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा स्थानीय पत्रकारों के साथ बदसलूकी करते हुए धक्का मुक्की की गई। मामला है जिले के कांडी प्रखंड की, जहां शनिवार को लक्ष्मी चंद्रवंशी नामक कॉलेज में पलामू प्रमंडल के सांसद बीडी राम की बैठक भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ हो रही थी। वहीं स्थानीय पत्रकार खबर संकलन करने के लिए पहुंचे थे। सर्वप्रथम तो उस बैठक हाॅल से सभी पत्रकारों को बाहर निकाल दिया गया यह कह कर की कार्यकर्ताओं के साथ इंटरनल बैठक हो रही है। आप सब बाहर जा कर सांसद का इंतजार कीजिए। इतना सुनते ही सभी पत्रकार उक्त कॉलेज से बाहर आ गए। कुछ ही देर बाद बैठक हॉल से हो-हल्ला की आवाज आई। लड़ाई-झगड़ा हो रही है ऐसा समझकर सभी पत्रकार पहुंचे। जहां बैठक हॉल में संभवतः कई कार्यकर्ता सांसद का जबरदस्त विरोध कर रहे थे।

बस इतनाही में सांसद बीडी राम के कुछ खास दलाल व भाजपा कार्यकर्ता सांसद के समक्ष ही पत्रकारों से उलझने लगे। वीडियो मत बनाओ कहते हुए बदसलूकी के साथ-साथ धक्का-मुक्की भी की गई। केवल इतना ही नहीं अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मोबाइल भी छीनने का प्रयास किया गया। जबकि कांडी मंडल अध्यक्ष श्रीकांत पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय पत्रकारों के साथ धमकियां देते हुए मार झगड़ा पर उतारू हो गया। उसने अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मोबाइल छिनने का प्रयास किया और वीडियो नहीं बनने दिया। उसने सभी पत्रकारों को कहा कि तुम लोग अगर किसी प्रकार की यहां की वीडियो, जो कार्यकर्ताओं के बीच में हुई है उसे जारी करते हो तो तुमलोग समझ लेना। सवाल यह कि आखिर उक्त बैठक में ऐसा क्या हो रहा था, जहां से पत्रकारों को निकाल दिया गया। संविधान के अनुसार पत्रकार चौथे स्तंभ हैं, लेकिन झारखण्ड में लगातार पत्रकारों के साथ बदसलूकी, मारपीट, झूठा मुकदमा दर्ज, हत्या जैसी जघन्य अपराधें हो रही हैं। पत्रकार सुरक्षित नहीं हैं। अच्छाई व बुराई को दिखाना पत्रकारों का कर्तव्य है। लेकिन यहां तो पत्रकारों से नेता के समक्ष ही बदसलूकी हुई। जब पत्रकारों के साथ अत्याचार हो सकता है तो जनता के साथ क्या-क्या होता है, यह सोचनीय तथ्य है। वहीं बैठक सम्पन्न होने के बाद पत्रकारों की टोली ने सांसद से यह सवाल भी पूछा की पत्रकारों को बैठक हॉल से क्यों निकाल दिया गया, इस पर उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के साथ इंटरनल बैठक हो रही थी। पुनः पत्रकारों ने पूछा कि बैठक हॉल में आपही के कार्यकर्ता आपका ही खुलकर विरोध कर रहे थे। जब पत्रकार वीडियो बनाने पहुंचे तो आपके खास कार्यकर्ता श्रीकांत पांडेय उर्फ पप्पू पांडेय ने आपके सामने ही पत्रकारों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए धक्का-मुक्की करते हुए वीडियो बनाने से क्यों रोका गया। बदतमीजी के साथ मोबाइल भी छिनने का प्रयास किया गया, इस पर क्या कहेंगे। इस सवाल का हास्यपद जबाब उन्होंने दिया कि मुझे वीडियो भेज दीजिए, देखूंगा।

सूत्रों की मानें तो कुछ कार्यकर्ता जिन्होंने चुनाव में कड़ी मेहनत कर बीडी राम को सांसद बनाने में अहम भूमिका निभाई थी। वे ही सांसद का जबरदस्त विरोध कर रहे थे। उनका कहना था कि हमलोगों के साथ जनता भी अपना बहुमूल्य मत देकर लगातार आपको दो बार से जिताते आ रहे हैं। इस उम्मीद से कि हमारे क्षेत्र का सम्पूर्ण विकास होगा। कांडी अत्यंत पिछड़ा प्रखण्ड है। जहां शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी, बिजली की समस्या से जनता अभी भी त्राहिमाम कर रही है। कुल मिलाकर यथावत समस्या बनी हुई है। पार्टी ने पुनः बीडी राम को टिकट दिया है। जब लगातार 10 वर्षों में विकास धरातल पर नहीं उतरा तो जनता क्या उम्मीद रखे की बीडी राम से विकास सम्भव है। बता दें कि चुनाव का बिगुल बजते ही गांव-गांव के गलियारों में नेताओं की लाइन लग जाती है। झूठे वादे कर भाषणों का बौछार करने लगते हैं। विकास होगा ऐसा विश्वास दिलाते हैं। इस बार जनता सब कुछ समझ चुकी है। जगह-जगह चौक-चौराहों पर चाय पीते हुए ग्रामीण यह चर्चा करते नजर आ रहे हैं कि भाजपा पुनः बीडी राम को लोकसभा के लिए टिकट देकर बहुत बड़ी भूल कर दी है। इससे सपष्ट होता है कि जनता बीडी राम को इस बार ठेंगा दिखाएगी।

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