मनरेगा योजना में मजदूर के जगह जेसीबी से धड़ल्ले से काम जारी,दर्ज हुई एफआईआर ।

ATH न्यूज़ से दीपिका की. रिपोर्ट ।

 

बरडीहा (गढ़वा):- बरडीहा प्रखंड क्षेत्र में इन दोनों मनरेगा योजना के तहत तालाब की खुदाई कार्य योजना में व्यापक स्तर पर जेसीबी मशीन का उपयोग किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। एक तरफ गत रविवार को संवत गाड़े जाने से उत्पन्न विवाद को लेकर प्रशासनिक अधिकारी एवं ग्रामीणों के बीच हाई वोल्टेज ड्रामा हो रहा था। तो दूसरी तरफ सरकारी कर्मी, बिचौलिए के साथ मिलकर मजदूरों का हक छीनने के लिए मजदूरों की जगह जेसीबी मशीन से काम करवाया जा रहा था। यह वाक्य प्रखंड क्षेत्र के बरडीहा पंचायत के सीता पासवान के खेत में स्वीकृत 4 लाख 70 हजार रुपए की लागत से मनरेगा योजना में मजदूरों की जगह जेसीबी मशीन से कार्य करवाई जा रही थी। विशेष कर रात के अंधेरे में तालाब की खुदाई जेसीबी मशीन से करवाया जा रहा था। इसकी भनक लगते ही राजद के प्रखंड अध्यक्ष नवल किशोर यादव अपने सहयोगियों के साथ स्थल पर पहुंचे। इसके बाद सूचना के आलोक में वीडियो विजय राम एवं थाना पुलिस निर्माण स्थल पर पहुंचे। जहां पर खुदाई कर रहे जेसीबी मशीन नंबर यूपी 64 एपी/7396 को मौके वारदात पर ही जप्त कर लिया गया। इधर उक्त पंचायत के पंचायत सचिव इंद्रदेव कुमार ने जेसीबी मशीन मालिक एवं योजना से संबंधित मेठ गीता देवी के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इधर जानकार लोगों का कहना है कि मनरेगा योजना के तहत कराई जा रही योजनाओं की जिम्मेवारी पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, बीपीओ एवं योजनाओं की गतिविधियों की जानकारी पंचायत क्षेत्र के सत्ताधारी जनप्रतिनिधि की होती है। इसके बावजूद भी मजदूरों की जगह जैसी भी मशीन से मनरेगा तालाब की खुदाई करवा कर बैंक खाते में मजदूरी के पैसे भेजे जा रहे हैं। जबकि मनरेगा में काम करने वाले जॉब कार्ड धारी मजदूरों की मजदूरी उनके बैंक अकाउंट में भेज दी जाती है। मजदूरों की जगह जेसीबी मशीन से काम होने पर किसके खाते में मजदूरी के पैसे भेजे जा रहे हैं। बैंक से किस तरह से योजना राशि की निकासी हो रही है। यह जांच का विषय है। इधर इस संबंध में थाना प्रभारी अवधेश कुमार यादव ने बताया कि जेसीबी मशीन को जप्त करते हुए जेसीबी मालिक एवं मेठ गीता देवी के विरुद्ध पंचायत सेवक के द्वारा लिखित शिकायत का आलोक में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

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