संपादक डॉ मदन मोहन मिश्र की रिपोर्ट।
ATHNEWS11 ग्रुप :-गया डी. पी. एस. एजुकेशन ग्रुप के निदेशक डॉ. देवेन्द्र पाठक का आवास पर होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें संज्ञा परिवार के सदस्यों के अलावा शताधिक गणमान्य लोग उपस्थित हुए । सभी आगन्तुक अतिथियों का देवेन्द्र पाठक जी ने अबीर लगा कर स्वागत किया साथ ही साथ सब लोगों होली के अवसर पर मिलने वाली रंगीन कागज की टोपी भी पहनाई गई । सबलोगों ने एकदूसरे को अबीर लगाकर आने वाली होली की बधाईयाँ दी । कार्यक्रम का आरम्भ भगवान श्री सूर्य देव की आराधना के साथ हुआ जिसे आचार्य अरुण मिश्र ने वेदमंत्रोच्चार करते हुए पाठक जी द्वारा विधिवत सम्पन्न कराया । ध्यातव्य है कि संज्ञा परिवार के लोग शास्त्रों के अनुसार सूर्यांशी कहे जाते हैं एवं सूर्य को अपना अराध्य मानते हुए हर कार्यक्रम को इनकी आराधना करते हुए ही आरम्भ किया जाता है ।
कार्यक्रम को सुरमयी बनाने के लिए अनेक स्थानीय लोकगायक एवं कलाकार उपस्थित हुए जिनमें गायक मंडली में हरिनन्दन मिश्र, कुन्दन मिश्र, विवेक मिश्र एवं सुश्री श्वेता पाठक प्रमुख रहे । ताल वाद्यों पर अमरनाथ मिश्र एवं राघवेन्द्र शर्मा प्रमुख थे । साथ ही साथ बैंजो वादक के रूप में संतोष तिवारी एवं बाँसुरी वादक के रूप में धर्मेन्द्र मिश्र थे । बाँसुरी की धुन के साथ आरम्भ होकर समस्त कलाकारों ने होली का ऐसा वातावरण बना दिया किया समस्त लोग आकंठ आनन्द रंग में साराबोर हो ऊर्जावान झूमने गाने लगे । किसी के हाथ झाल लगा, किसी के हाथ करताल और कुछ नहीं तो ताली बजा हुए ही होली के गीतों पर सबलोग गाने झूमने लगे ।इसी के साथ बीच बीच में विभिन्न प्रकार के पक्वान्नों एवं ठंडई का आस्वादन भी लोग करते रहे ।
कार्यक्रम लगभग ३ घंटे तक चला एवं अंत में सब लोगों ने खड़े होकर ‘सदा आनन्द रहे तेरे द्वारे’ का होली गीत समवेत स्वर में गाते हुए कार्यक्रम की पूर्णाहुति की ।यह कार्यक्रम होली के अवसर पर विगत अनेक वर्षों से इस प्रकार आयोजित किया जाता रहा है कि अब यह एक परम्परा सी बन गई है, जिसमें शामिल होना विशेष कर संज्ञा परिवार के लोगों की वर्षचर्या का एक हिस्सा बन गया है ।
संज्ञा परिवार के गणमान्य लोगों में डॉ. सच्चिदानन्द मिश्र प्रेमी, डॉ. रवीन्द्र पाठक, डॉ रामकृष्ण मिश्र, डॉ. शिवकुमार मिश्र, राधेश्याम मिश्र उर्फ़ भोला मिश्र, क्रेन मेमोरीयल हाई स्कूल के शिक्षक मनीष मिश्र, जय हिन्द स्कूल के निदेशक के डी प्रसाद, आचार्य मिथलेश मिश्र इत्यादि प्रमुख गणमान्य लोग उपस्थिति थे ।