संजय कुमार चौरसिया ब्यूरो रिपोर्ट बस्ती.
कलवारी – कलवारी रामपुर तटबंध के दक्षिण तरफ बसे मईपुर, मदरहवा, बड़का पुरवा में पिछले एक सप्ताह से चल रही नदी की कटान नदी का जल स्तर बढ़ने की वजह से रुक गई है। जिससे प्रशासन ने राहत की सांस ली है। लेकिन अब नदी का जल स्तर घटने लगा है। जिसके चलते फिर कटान कि संभावना बढ़ गई है। इसको लेकर ग्रामीणों में अभी भी खौफ दिखाई दे रहा है। ग्रामीण अपना घर छोड़कर सामान सहित सुरक्षित स्थान पर का रहे है। गांव के लगभग पचास घरों में पांच घर नदी में समा गए है। एक दर्जन से अधिक लोग अपना अपना घर छोड़कर पलायन कर चुके है। नदी का कटान रुकने के साथ ही प्रशासन ने बचाव कार्य तेज कर दिया है।
मईपुर, मदरहवा, बड़का पुरवा के बाढ़ पीड़ितों को विस्थापित करने के लिए प्रशासनिक तैयारी शुरू कर दी गई है। रामपुर कलवारी तटबंध के उत्तर सरकारी जमीन बाढ़ पीड़ितों में आवंटित की जाएगी यहां कुछ लोगों के द्वारा जमीन पर अवैध कब्जा कर लिया गया था रविवार को नायब तहसीलदार वीर बहादुर सिंह के नेतृत्व में बुलडोजर के साथ टीम पहुंचकर अवैध कब्जा को खाली करने लगी जिससे कब्जदारों में हड़कंप मच गया जिला प्रशासन द्वारा कलवारी रामपुर तटबंध के उत्तर बैडारी एहतमाली में बाढ़ पीड़ितों को भी स्थापित करने के लिए जमीन एक साल पहले चिन्हित किया गया था तत्कालीन डीएम प्रियंका निरंजन ने इस गांव में स्थित सरकारी जमीन को खाली करने के लिए नोटिस भी जारी किया था इसके बावजूद सरकारी जमीन से कब्जा नहीं हटाया गया एक बार बाढ़ ने जब फिर तबाही मचाई तो मईपुर, मदरहवा, बड़का पुरवा के ग्रामीणों को गांव छोड़कर अन्यत्र शरण लेना पड़ा ग्रामीणों ने कटान से तंग आकर गायघाट में राम जानकी मार्ग जाम कर प्रदर्शन तक किया तब जाकर प्रशासन हरकत में आया और अवैध कब्जे दारो के घरों पर बुलडोजर चलवाकर सरकारी जमीन पर बाढ़ पीड़ितो को विस्थापित करने का कार्य शुरू किया गया।