ATH NEWS 11 :-उत्तर प्रदेश के मेरठ में डॉक्टरों की लापरवाही का एक मामला सामने आया है. यहां एक गर्भवती महिला की प्रसव के दौरान अचानक तबीयत खराब हो गई. उसका तुरंत ऑपरेशन किया गया. लेकिन थोड़ी देर बाद डॉक्टरों ने महिला के परिजनों को बैड न्यूज सुनाई. कहा- हम महिला को बचा नहीं पाए. उसके साथ बच्चे की भी मौत हो गई. परिजन यह सुनते ही बिलख-बिलख कर रोने लगे. अस्पताल की औपचारिकताओं को पूरा करके वो महिला के शव को घर ले आए. उसका अंतिम संस्कार किया गया. बाद में चिता की राख में कुछ ऐसा दिखा, जिससे उनके होश उड़ गए.
मामला हस्तिनापुर थानाक्षेत्र के राठौरा खुर्द गांव का है. यहां रहने वाले संदीप की पत्नी नवनीत कौर को डिलीवरी के लिए मेरठ के कस्बा मवाना के जेके अस्पताल में एडमिट करवाया गया था. लेकिन सर्जरी के दौरान उसकी मौत हो गई. परिजनों ने इसके बाद महिला का श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कर दिया. चिता जब जल गई तो परिजन उसकी राख लेने पहुंचे. तभी मृतका के पति को वहां सर्जिकल ब्लेड दिखा.
उसने ब्लेड को उठाया और सीधे पुलिस के पास जा पहुंचा. आरोप लगाया कि महिला के ऑपरेशन के दौरान उसके पेट में यही सर्जिकल ब्लेड छोड़ दी गई थी, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. परिजनों ने इसका वीडियो भी बनाया जो कि सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ है.
चिता से ब्लेड निकलते ही परिजनों ने इसका मामला दर्ज करवाया. परिजन सीएमओ ऑफिस भी गए. मेरठ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने घटना सामने आने के बाद अस्पताल का लाइसेंस निलंबित कर दिया है. साथ ही इसके लिए जांच कमेटी भी गठित कर दी है. परिजनों ने कहा कि उन्होंने सोचा भी नहीं था कि डॉक्टर्स ऐसी लापरवाही करेंगे. उन्हें लगा था कि शायद किस्मत में ऐसा ही होना लिखा था. लेकिन अब इसकी जांच की मांग की है. फिलहाल इसकी जांच की जाएगी. आरोप सही पाए जाने पर डॉक्टरों के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा.